बेहाल हम तुम खड़े हैं ऐसे, बेहाल जैसे हमारा दिल है, सुनाई देती है जो भी धड़कन। बेहाल हम तुम खड़े हैं ऐसे, बेहाल जैसे हमारा दिल है, सुनाई देती है जो भी ...
ये रंग इसी माटी से आते हैं, और आजादी की छठा बिखराते हैं। देखे ओ पगली ! ये रंग इसी माटी से आते हैं, और आजादी की छठा बिखराते हैं। देखे ओ पगली !
सच मानो दिल की लहरों में तू है, मेरी हर तमन्ना हर ख्वाहिश में तू है सच मानो दिल की लहरों में तू है, मेरी हर तमन्ना हर ख्वाहिश में तू है
ताज के आम हीरो ' (Based on the events of 26/11) ताज के आम हीरो ' (Based on the events of 26/11)
पापा पापा मेरे प्यारे पापा सारे खिलौने हुए पुराने। पापा पापा मेरे प्यारे पापा सारे खिलौने हुए पुराने।